जाने कब सुबह-सुबह वो रिश्ता बन गया; अनजाना जाने कब अपना बन गया; हमें एहसास भी न हुआ और; कोई हमारी सुबह की जरुरत बन गया। सुप्रभात!
Like (0) Dislike (0)
जाने कब सुबह-सुबह वो रिश्ता बन गया; अनजाना जाने कब अपना बन गया; हमें एहसास भी न हुआ और; कोई हमारी सुबह की जरुरत बन गया। सुप्रभात!
Your Comment