फूलों को तो बहारों में आना ही था; खारों को क्यों संग में लाना था; जिसे चाहा हमने दिल से अपनाया; क्या उसी को हमसे दूर जाना था।
Like (0) Dislike (0)
फूलों को तो बहारों में आना ही था; खारों को क्यों संग में लाना था; जिसे चाहा हमने दिल से अपनाया; क्या उसी को हमसे दूर जाना था।
Your Comment