सब फ़साने हैं दुनियादारी के किस से किस का सुकून लूटा है; सच तो ये है कि इस ज़माने में मैं भी झूठा हूँ तू भी झूठा है।
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सब फ़साने हैं दुनियादारी के किस से किस का सुकून लूटा है; सच तो ये है कि इस ज़माने में मैं भी झूठा हूँ तू भी झूठा है।
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