ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई; मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता; नोटों में भी लिपट कर सोने में सिमटकर मरे हैं कई; मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता। स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनायें!
Like (0) Dislike (0)
ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई; मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता; नोटों में भी लिपट कर सोने में सिमटकर मरे हैं कई; मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता। स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनायें!
Your Comment