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Inspirational Shayari
जान जब प्यारी थी कम्बखत उस
जान जब प्यारी थी कम्बखत उस
जान जब प्यारी थी कम्बखत उस वक्त वो भी हमारी थी
आज जब मरने का शोक है तो एक भी क़ातिल नज़र नही आता
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