जब इंसान अंदर से टूट जाता है
तो बहार से खामोश हो जाता है !!
जब इंसान अंदर से टूट जाता है
तो बहार से खामोश हो जाता है !!
झूठ भी बड़ी अजीब चीज है..
बोलना अच्छा लगता है ...
सुनना बुरा.........
सच्चे इश्क में अल्फाज़ से ज्यादा
एहसास की एहमियत होती है
बिना तड़के की दाल और
बिना attitude वाला माल हमे बिलकुल पसंद नहीं है
ज़ख़्म दे कर ना पूछा करो दर्द की शिद्दत
दर्द तो दर्द होता हैं
कहाँ चल दिए मुझको लिखना सीखा कर
कोई लिख रहा है तुमको याद करके
मशवरा दे रहे हो इश्क़ का....
जनाब लगता है...
दिल अभी तक सलामत है आपका ....
अब उस नासमझ को समझाना छोड़ दिया
अब उसकी नासमझी से भी प्यार हो गया
" बड़ा आदमी वो हे ,जो अपने पास बेठे व्यक्ति को छोटा मेहसूस ना होने दे.."
सारे ताबीज गले में पहन कर देख लिए
आराम तो बस तेरे दीदार से ही मिला !!!
न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई.,
न वो वापस लौटीं, न मोहब्बत दोबारा हुई..
प्रेम तब तक सिर्फ एक शब्द भर है
जब तक आप इसका
अहसास नहीं कर लेते।
इश्क का धंधा ही बंघ कर दिया साहेब
मुनाफे में जेब जले और घाटे में दिल
तुम मुझे मौका तो दो ऐतबार करने का
थक जाओगे मेरी वफा के साथ चलते चलते
पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो
कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही होगी