हर रात के चाँद पर है नूर आपसे; हर सुबह की ओस को गुरूर है आपसे; हम कहना तो नहीं चाहते; पर मर जायेंगे रहकर दूर आपसे। मेरी ज़िन्दगी के हम सफ़र को सालगिरह की शुभ कामनाएं।
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हर रात के चाँद पर है नूर आपसे; हर सुबह की ओस को गुरूर है आपसे; हम कहना तो नहीं चाहते; पर मर जायेंगे रहकर दूर आपसे। मेरी ज़िन्दगी के हम सफ़र को सालगिरह की शुभ कामनाएं।
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