ज़िंदगी नहीं हमें ये रिश्ता है प्यारा; रिश्तों के प्यार से ही खिलता है दिल हमारा; आँखों में हमारी आँसू है तो क्या गम है; इस बात की ख़ुशी है कि मुस्कुरा रहा है कोई जान से प्यारा।

Your Comment Comment Head Icon

Login