चलो आज खामोश प्यार को इक नाम दे दें
अपनी मुहब्बत को इक प्यारा अंज़ाम दे दें
इससे पहले कहीं रूठ न जाएँ मौसम अपने
धड़कते हुए अरमानों एक सुरमई शाम दे दें
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चलो आज खामोश प्यार को इक नाम दे दें
अपनी मुहब्बत को इक प्यारा अंज़ाम दे दें
इससे पहले कहीं रूठ न जाएँ मौसम अपने
धड़कते हुए अरमानों एक सुरमई शाम दे दें
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