मत पूछना मेरी ‪#‎शख्सियत‬ के बारे में ..
हम जैसे ‪#‎दिखते‬ है वैसे ही ‪#‎लिखते‬ है ...!

मुझे ब्रेकअप की बस एक वजह चाहिए थी....
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और वो पगली टिफिन में मेरे लिए मैगी ले आई

कमीनेपन की तो बात ना कर दोस्त
में उनमे से हूँ जो मछली को भी डुबो डुबो के मारता हे

इक बात हमेशा‪ ‎याद‬ रखना छोरी तुम्हारे जीतने‪ सौख‬ है
उतनी तो मेरी‪ आदतें‬ है

अजीब पैमाना है यहाँ शायरी की परख का,
जिसका जितना दर्द बुरा शायरी उतनी ही अच्छी...

अब किसी और से मुहब्बत करलू तो शिकायत मत करना
ये बुरी आदत भी मुझे तुमसे ही लगी है

"जवाब" तो था मेरे पास उन के हर सवाल का पर............खामोश रहकर मैंने उनको "लाजवाब" बना दिय

एक बेबफा के जख्मो पे मरहम लगाने हम गए
मरहम की कसम मरहम न मिला मरहम की जगह मर हम गए

मैं वो हूँ जो कहता था की इश्क़ मे क्या रखा है....
आजकल एक हीर ने मुझे रांझा बना रखा है...

अगली बार अच्छे लोग होंगे, नयी मोहोब्बत होगी.;
रूह बस तू इस ज़िन्दगी का दर्द सह ले..

नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर.....
कसूर तो उस चेहरे का हैं जो सोने नहीं देता....

तुम मेरी जिंदगी मे ऐसे शामिल हो..
जैसे मंदिर के दरवाजे पर बंधे हुए मन्नत के धागे...

बादशाह नहीं बाजीगर से पहचानते है लोग
क्यूकी हम रानियो के सामने झुका नहीं करते

अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो इसे मौत न समझना,
अक्सर ऐसा हुआ है तुझे याद करते करते…

ख्यालों में बसा कर ही मोहोब्बत कर लेना ,
सुना है हकीकत का जमाना पुराना है हो गया |