उमीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे! राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे! महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की! दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे!
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उमीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे! राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे! महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की! दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे!
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