ए दोस्त तेरी दोस्ती का क़र्ज़ हर हाल में चुकायेंगे; तेरे लिए खुदा का कहना भी हम टाल जायेंगे; ए दोस्त तेरी दोस्ती की कसम; तेरे लिए इस दिल को भी सीने से अलग कर जायेंगे!
Like (3) Dislike (1)
ए दोस्त तेरी दोस्ती का क़र्ज़ हर हाल में चुकायेंगे; तेरे लिए खुदा का कहना भी हम टाल जायेंगे; ए दोस्त तेरी दोस्ती की कसम; तेरे लिए इस दिल को भी सीने से अलग कर जायेंगे!
Your Comment