मुझ पे तूफ़ाँ... मुझ पे तूफ़ाँ उठाये लोगों ने; मुफ़्त बैठे बिठाये लोगों ने; कर दिए अपने आने-जाने के; तज़किरे जाये-जाये लोगों ने; वस्ल की बात कब बन आयी थी; दिल से दफ़्तर बनाये लोगों ने; बात अपनी वहाँ न जमने दी; अपने नक़्शे जमाये लोगों ने; सुनके उड़ती-सी अपनी चाहत की; दोनों के होश उड़ाये लोगों ने; क्या तमाशा है जो न देखे थे; वो तमाशे दिखाये लोगों ने; कर दिया मोमिन उस सनम को ख़फ़ा; क्या किया हाये- हाये लोगों ने।

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