मुहब्बत में करे क्या... मुहब्बत में करे क्या कुछ किसी से हो नहीं सकता; मेरा मरना भी तो मेरी ख़ुशि से हो नहीं सकता; न रोना है तरीक़े का न हँसना है सलीक़े का; परेशानी में कोई काम जी से हो नहीं सकता; ख़ुदा जब दोस्त है ऐ दाग़ क्या दुश्मन से अंदेशा; हमारा कुछ किसी की दुश्मनी से हो नहीं सकता।

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