ज़िंदगी पर किताब... ज़िंदगी पर किताब लिखूंगा; उसमें सारे हिसाब लिखूंगा; प्यार को वक़्त गुज़ारी लिख कर; चाहतों को अज़ाब लिखूंगा; हुई बर्बाद मोहब्बत कैसे; कैसे बिखरे हैं ख़्वाब लिखूंगा; अपनी ख़्वाहिश का तज़करा कर के; नाम तेरा जवाब लिखूंगा; तेरी आँखें शराब की मनींद; तेरा चेहरा गुलाब लिखूंगा; मैं तुझ से जुदाई का सबब; अपनी किस्मत खराब लिखूंगा ​​।

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