उसकी बाते बार बार याद कर के रोई
उसके लिए रब से फरियाद करके रोई
उसकी खुशी के लिए छोड दिया उसे
फिर उसी की कमी का ऐहसास कर के रोई
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उसकी बाते बार बार याद कर के रोई
उसके लिए रब से फरियाद करके रोई
उसकी खुशी के लिए छोड दिया उसे
फिर उसी की कमी का ऐहसास कर के रोई
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