एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जाएँगे
हर एक रिश्ता इस ज़मीन से तोड़े जाएँगे
जितना जी चाहे सतालो यारो
एक दिन रुलाते हुए सबको छोड़ जाएँगे
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एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जाएँगे
हर एक रिश्ता इस ज़मीन से तोड़े जाएँगे
जितना जी चाहे सतालो यारो
एक दिन रुलाते हुए सबको छोड़ जाएँगे
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