कागज़ की कश्ती से पार जाने की ना सोच; चलते हुए तुफानो को हाथ में लाने की ना सोच; दुनिया बड़ी बेदर्द है इस से खिलवाड़ ना कर; जहाँ तक मुनासिब हो दिल बचाने की सोच।
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कागज़ की कश्ती से पार जाने की ना सोच; चलते हुए तुफानो को हाथ में लाने की ना सोच; दुनिया बड़ी बेदर्द है इस से खिलवाड़ ना कर; जहाँ तक मुनासिब हो दिल बचाने की सोच।
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