गए दोनों जहाँ के काम से हम न इधर कि रहे न उधर के रहे; न ख़ुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम न इधर के रहे न उधर के रहे।
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गए दोनों जहाँ के काम से हम न इधर कि रहे न उधर के रहे; न ख़ुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम न इधर के रहे न उधर के रहे।
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