छोड़िये हमारी परवाह न कीजिये
गलतियों पर हमारी वाह-वाह न कीजिये
जो करना है हमेशा दिल खोल कर करो
बस गलती से भी कोई गुन्हा न कीजिये
इतनी भी अब हमें वफ़ादारी न दिखाओ
सर्द रातों में हमारी यु हवा न कीजिये
दोस्ती में किसी का दिल न दुखाना
हो सके तो किसी के साथ दगा न कीजिये
मुहब्बत में खुद को बर्बाद न

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