जिंदगी हे सफर का सील सिला
कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया
जिन्हे माँगा था दिन रत दुआ ओमे
वो बिना मांगे किसी और को मिल गया.
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जिंदगी हे सफर का सील सिला
कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया
जिन्हे माँगा था दिन रत दुआ ओमे
वो बिना मांगे किसी और को मिल गया.
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