जो भी होठों से न कह पाए दास्तां आंखों में रह जाए
वो चली जाती है दूर सही यादें दामन में मेरे रह जाए
दिल में पानी लिए चलते हैं कोई प्यासा कहीं मिल जाए
जो भी पहचाने मिले राहों में हर कोई हमपे अब हंस जाए

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