महफील भी रोयेगी, हर दिल भी रोयेगा
डुबी जो मेरी कस्ती तो साहील भी रोयेगा
हम इतना प्यार बीखेर देगे इस दुनीयाँ में के
मेरी मौत पे मेरा कातील भी रोयेगा
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महफील भी रोयेगी, हर दिल भी रोयेगा
डुबी जो मेरी कस्ती तो साहील भी रोयेगा
हम इतना प्यार बीखेर देगे इस दुनीयाँ में के
मेरी मौत पे मेरा कातील भी रोयेगा
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