मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला
हम खोजते रहे मगर ठिकाना न मिला
लो आज फिर चली गई जिंदगी नजरो के सामने से
और उसे कोई रुकने का बहाना न मिला
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मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला
हम खोजते रहे मगर ठिकाना न मिला
लो आज फिर चली गई जिंदगी नजरो के सामने से
और उसे कोई रुकने का बहाना न मिला
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