दुनिया की सभी प्यारी पुत्रियों को समर्पित: बेटा वारिस है तो बेटी पारस है; बेटा वंश है तो बेटी अंश है; बेटा आन है तो बेटी शान है; बेटा तन है तो बेटी मन है; बेटा मान है तो बेटी गुमान है; बेटा संस्कार है तो बेटी संस्कृति है; बेटा दवा है तो बेटी दुआ है; बेटा भाग्य है तो बेटी विधाता है; बेटा शब्द है तो बेटी अर्थ है; बेटा गीत है तो बेटी संगीत है; बेटा प्रेम है तो बेटी पूजा है।

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