संतुलित दिमाग जैसी कोई सादगी नहीं है संतोष जैसा कोई सुख नहीं है लोभ जैसी कोई बीमारी नहीं है और दया जैसा कोई पुण्य नहीं है।
Like (2) Dislike (0)
संतुलित दिमाग जैसी कोई सादगी नहीं है संतोष जैसा कोई सुख नहीं है लोभ जैसी कोई बीमारी नहीं है और दया जैसा कोई पुण्य नहीं है।
Your Comment