केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है स्वयं के साथ ईमानदारी आध्यात्मिक अखंडता की अनिवार्यता है।
Like (2) Dislike (0)
केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है स्वयं के साथ ईमानदारी आध्यात्मिक अखंडता की अनिवार्यता है।
Your Comment