सभी धर्म कला और विज्ञान एक ही पेड़ की शाखाएं हैं।

समय अच्छे साथ का दोस्त है और औसत दर्ज़े का दुश्मन।

दयालुता के साथ कर्म करो मगर आभार की इच्छा मत करो।

वह व्यक्ति समर्थ है जो यह मानता है कि वह समर्थ है।

वह व्यक्ति समर्थ है जो ये मानता है कि वह समर्थ है।

अक्सर हमे अपने अंतर्ज्ञान पर भरोसा करना पड़ता है।

दृष्टिकोण की कमज़ोरी चरित्र की कमज़ोरी बन जाती है।

डर बुराई की अपेक्षा से उत्पन्न होने वाला दर्द है।

किस्मत उनकी सहायता नहीं करती जो कुछ भी नहीं करते।

समस्या से पहले चिंता करना अपनी हानि करना होता है।

अपने विचारों को बदलो और तुम अपनी दुनिया बदल लोगे।

दयावान बनिए और आप सबसे अच्छे व्यक्ति हो सकते हैं।

जो सोचता है लेकिन सीखता नहीं बहुत बड़े खतरे में है।

जो सार्थक होता है कभी आसान नहीं होता। यह याद रखें।

हक़ीक़त मनुष्य के मन में मौजूद होती है कहीं और नहीं।