सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन है ; जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो।
सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन है ; जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो।
गरीब की आँखों में आशा; और; आमीर की आँखों में घमंड हमेशा रहता है।
उत्कृष्टता की कीमत अनुशासन है। सामान्यता की लागत निराशा है।
बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।
स्वार्थ में अच्छाईयाँ ऐसे खो जाती है जैसे समुंदर में नदियाँ।
बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।
कुछ भी सकारात्मक नकारात्मक कुछ भी नहीं की तुलना में बेहतर है।
वास्तव में सुखी सिर्फ शादी-शुदा औरतें और अकेले मर्द होते हैं।
मैं किसी को गंदे पैरों के साथ अपने दिमाग से नहीं गुजरने दूंगा।
कोई भी महान व्यक्ति अवसरों की कमी के बारे में शिकायत नहीं करता|
यदि मनुष्य सीखना चाहे तो उसकी हर भूल उसे कुछ शिक्षा दे सकती है।
इंसान को बादाम खाने से नही जिन्दगी में ठोकर खाने से अक्ल आती है!
सत्य बाहर खोजने की चीज़ नहीं है। यह तो हम अंदर से महसूस करते हैं।
वक़्त से सीखो बदलते रहने का सबक; वक़्त कभी खुद को बदलते नहीं थकता।
ज्ञान स्वयंमेव वर्तमान है मनुष्य केवल उसका अविष्कार करता है।