मुझको भी समेट लेगी एक रोज़ उस अंधेरे घर की दहलीज़; तुमसे गुजारिश है माफ़ कर देना; उन कांटों को जिसने दिल दुखाया हो तुम्हारा।
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मुझको भी समेट लेगी एक रोज़ उस अंधेरे घर की दहलीज़; तुमसे गुजारिश है माफ़ कर देना; उन कांटों को जिसने दिल दुखाया हो तुम्हारा।
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