भले ही राह चलते तू औरों का दामन थाम ले; मगर मेरे प्यार को भी तू थोड़ा पहचान ले; कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में मैंने; ज़रा इस दिल की बेताबी को भी तू जान ले।
Like (0) Dislike (0)
भले ही राह चलते तू औरों का दामन थाम ले; मगर मेरे प्यार को भी तू थोड़ा पहचान ले; कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में मैंने; ज़रा इस दिल की बेताबी को भी तू जान ले।
Your Comment