रोशनी और ख़ुशी का पर्व है दिवाली का त्योहार; परंतु फ़ुलझाड़ियाँ करें आँखों को अंधा; और हाथों को जला सकते हैं अनार; वातावरण से प्रदूषित होता है संसार; कृपा सावधानी बरतें मेरे यार; इससे होगा जरूर सबका उधार; आप सबको सुखी और सुरक्षित; दीपावली का यह पावन त्योहार!

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