एक अजीब सी चुभन है आज दिल में कहीं; कुछ टूट के बिखर गया है जर्रे जर्रे सा! मत खाओ कसमें सारी ज़िन्दगी साथ निभाने की; हमने सांसो को भी जुदा होते देखा है!
Like (2) Dislike (0)
एक अजीब सी चुभन है आज दिल में कहीं; कुछ टूट के बिखर गया है जर्रे जर्रे सा! मत खाओ कसमें सारी ज़िन्दगी साथ निभाने की; हमने सांसो को भी जुदा होते देखा है!
Your Comment