ज़िंदगी ज़ख्मों से भरी है वक़्त को मरहम बनाना सीख लो; हारना तो है ही मौत के हाथों एक दिन फिलहाल ज़िंदगी को जीना सीख लो।
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ज़िंदगी ज़ख्मों से भरी है वक़्त को मरहम बनाना सीख लो; हारना तो है ही मौत के हाथों एक दिन फिलहाल ज़िंदगी को जीना सीख लो।
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