आज कुछ ज़िन्दगी में कमी है तेरे बगैर; ना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैर; वक़्त चल रहा है अपनी ही रफ़्तार से; बस थम गयी है धड़कन एक तेरे बगैर।
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आज कुछ ज़िन्दगी में कमी है तेरे बगैर; ना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैर; वक़्त चल रहा है अपनी ही रफ़्तार से; बस थम गयी है धड़कन एक तेरे बगैर।
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