कैसी अजीब ये तुझसे जुदाई थी कि तुझे अलविदा भी न कह सका; तेरी सादगी में इतना फ़रेब था कि तुझे बेवफ़ा भी न कह सका।
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कैसी अजीब ये तुझसे जुदाई थी कि तुझे अलविदा भी न कह सका; तेरी सादगी में इतना फ़रेब था कि तुझे बेवफ़ा भी न कह सका।
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