जुदाई की कसक लिए; तेरी याद से जुड़ा आंसू; हर शब् मेरी आँख से टपका है; गुज़रे कल की तरह आज का दिन भी; तुम बिन उदास गुज़रता है।
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जुदाई की कसक लिए; तेरी याद से जुड़ा आंसू; हर शब् मेरी आँख से टपका है; गुज़रे कल की तरह आज का दिन भी; तुम बिन उदास गुज़रता है।
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