ये शमा मेहमान है दो घडी की; शमा बुझ जायेगी तुमसे जुदा होने के बाद; कुछ भी कह लो हक़ है तुम्हें; बस अब मर जायेंगे तुमसे जुदा होने के बाद।
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ये शमा मेहमान है दो घडी की; शमा बुझ जायेगी तुमसे जुदा होने के बाद; कुछ भी कह लो हक़ है तुम्हें; बस अब मर जायेंगे तुमसे जुदा होने के बाद।
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