संता सुबह-सुबह नंगे पाँव पार्क में सैर कर रहा था कि उसके पैर में एक काँटा चुभ गया। संता: यार शुक्र है मैंने चप्पल नहीं पहनी नहीं तो चप्पल में छेद हो जाता।
Like (0) Dislike (0)
संता सुबह-सुबह नंगे पाँव पार्क में सैर कर रहा था कि उसके पैर में एक काँटा चुभ गया। संता: यार शुक्र है मैंने चप्पल नहीं पहनी नहीं तो चप्पल में छेद हो जाता।
Your Comment