ख्वाहिशों के समंदर के मोती तेरे नसीब हों; फूल चेहरा फूल लहजे तेरे हमसफ़र हों; कुछ यूँ उतरे तेरे लिए रहमतों का मौसम; कि तेरी हर दुआ हर ख्वाहिश कबूल हो। रमज़ान मुबारक़
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ख्वाहिशों के समंदर के मोती तेरे नसीब हों; फूल चेहरा फूल लहजे तेरे हमसफ़र हों; कुछ यूँ उतरे तेरे लिए रहमतों का मौसम; कि तेरी हर दुआ हर ख्वाहिश कबूल हो। रमज़ान मुबारक़
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