वो सहरी की ठंडक; वो इफ़्तार की रौनक; वो आसमान का नूर; वो तारों की चमक; वो मस्जिदों का संवरना; वो मीनारों का चमकना; वो मुसलमानों की धूम; वो फरिश्तों का हूजूम। इन सबके साथ रमदान मुबारक!
Like (0) Dislike (0)
वो सहरी की ठंडक; वो इफ़्तार की रौनक; वो आसमान का नूर; वो तारों की चमक; वो मस्जिदों का संवरना; वो मीनारों का चमकना; वो मुसलमानों की धूम; वो फरिश्तों का हूजूम। इन सबके साथ रमदान मुबारक!
Your Comment