हों आप पे रमदान की लाखों बरकतें नाज़िल; ना रहे दिल एक पल भी इबादत से ग़ाफिल; आपकी हर दुआ हो क़बूल कामील; और उन दुआओं में हम भी हों शामिल। रमज़ान मुबारक।
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हों आप पे रमदान की लाखों बरकतें नाज़िल; ना रहे दिल एक पल भी इबादत से ग़ाफिल; आपकी हर दुआ हो क़बूल कामील; और उन दुआओं में हम भी हों शामिल। रमज़ान मुबारक।
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