उम्मीदों की मंजिल ढह गई; ख़्वाबों की दुनिया बह गई; अबे तेरी क्या इज्ज़त रह गई; जब एक झकास आइटम तेरे को; भैया कहके राखी पहना गई। हैप्पी रक्षा-बंधन!
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उम्मीदों की मंजिल ढह गई; ख़्वाबों की दुनिया बह गई; अबे तेरी क्या इज्ज़त रह गई; जब एक झकास आइटम तेरे को; भैया कहके राखी पहना गई। हैप्पी रक्षा-बंधन!
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