अपनी दोस्ती का बस इतना सा असूल है
जो तू कुबूल है तो तेरा सब कुछ कुबूल है
er kasz
अपनी दोस्ती का बस इतना सा असूल है
जो तू कुबूल है तो तेरा सब कुछ कुबूल है
er kasz
ऐ दोस्त कहानी खत्म हो तो कुछ ऐसे खत्म हो
कि लोग रोने लगे तालियाँ बजाते बजाते
वैसे तो लोग प्यार झूठ से करते बहुत है
बात दिल दुखाने की हो तो सच बोलते बहुत है
तूने हमें छोड दिया कोई बात नहीं हम दुआ करेंगे
कोई तुझे ना छोडे किसी और के लिए
मौका तो हमे भी एक ही चाहीए
मीलेगा तो बता देंगे दुनीया को की हम क्या है
G.R..s
इतना याद न आया करो कि रात भर सो न सकें
सुबह को सुर्ख आँखों का सबब पूछते हैं लोग
नफरतों को जलाओ मोहब्बत की रोशनी होगी
वरना इंसान जब भी जले हैं खाक ही हुये हैं
मोहब्बत तेरी सूरत से नही तेरे किरदार से हे
शौक ऐ हूस्न होता तो बाजार चले जाते
छोडो न यार क्या रखा है सुनने और सुनाने मे
किसी ने कसर नहीँ छोडी दिल दुखाने मेँ
भरी बरसात में उड़ के दिखा माहिर परिंदे
सूखे मौसम में तो तिनके भी सफ़र कर लेते हैं
हम ने चलना छोड़ दिया अब उन राहों में
टूटे वादों के टुकड़े चुभते है अब पांवो में
नारी की करुणा अंतरजगत का उच्चतम विकास है जिसके बल पर समस्त सदाचार ठहरे हुए है।
समय अच्छा हो तो आपकी गलती भी मजाक लगती है
और समय खराब हो तो मजाक भी गलती बन जाती है
हम तो जल गए तेरी मोहब्बत में मोम की तरह
अगर फिर भी हम बेवफा हैं तो तेरी वफ़ा को सलाम..
एक औरत जिस व्यक्ति की बात सुनती है वह उसके साथ प्रेम के आधे रास्ते तक पहुंच जाता है।