क्या सुनाऊँ अपने सब्र की कहानी; . . . . . . . समुद्र का रखवाला था और सारी उम्र प्यासा रहा। गंगा राम (गर्ल्स हॉस्टल का चौकीदार)

यदि पेड़ों से wi-fi के सिग्नल मिलते तो हम खूब पेड़ लगाते। मगर अफसोस कि वे हमें आक्सीजन देते हैं जो केवल जीने के काम आती है।

लड़का(अपनी गर्लफ्रेंड से): क्या तुम मेरी सैलरी में गुज़ारा कर लोगी? गर्लफ्रेंड: मैं तो कर लूंगी पर तुम्हारा क्या होगा!

साला समझ में नहीं आ रहा है बाज़ार में मंदी है इसलिए लोग Whatsapp पर हैं; या लोग पूरा दिन Whatsapp पर हुए हैं इसलिए बाज़ार में मंदी है?

ख़ूबसूरती और सुंदरता में बस इतना फ़र्क है कि: ख़ूबसूरती वो है जो सबको दिखाई देती है; और सुंदरता किसी-किसी को नज़र आती है।

जज: तुम पर साईकल चोरी का इल्जाम साबित नहीं हुआ लिहाजा तुम्हें बा-इज्जत बरी किया जाता है! पठान: तो क्या साईकल हम रख लें!

डॉक्टर: पानी उबाल कर पिया करो! पठान ने डॉक्टर को बहुत मारा और बोला: बेवकूफ इतनी गर्मी में कहता है कि पानी उबाल कर पियो!

पप्पू को हाथ के नाख़ून खाने की आदत थी! उसके माता-पिता ने उसको रामदेव के पास भेजा! और अब पप्पू . . . पैरों के नाख़ून भी खाता है!

खुद कमाओ खुद खाओ यह प्राकृति है; दूसरा कमाए तुम छीन कर खाओ यह विकृति है; खुद कमाओ दुसरो को खिलाओ यह भारतीय संस्कृति है!

स्कूल के पीछे नदी में प्रिंसिपल डूब रहा था! पप्पू ने देखा और जोर जोर से चिल्लाते हुये भागा! . . . कल छुट्टी है! कल छुट्टी है!

ऐ दोस्त तूने मुझे बहुत प्यार दिया हमारा बहुत ख्याल रखा लेकिन अब जुदा होने का वक़्त आ गया है सिर्फ और सिर्फ तुम्हारा 2010!

दिवाली आई मस्ती छाई! रंग रंगीले दीप जलाये! धूम - धड़ाका छोड़ पटाखा! जली फुलझड़ियाँ शुभ हो घड़ियाँ! दिवाली की शुभकामनायें!

अजीब चलन है दुनिया का; दीवारों में आये दरार तो दीवारें गिर जाती हैं; पर रिश्तों में आये दरार तो दीवारे खड़ी हो जाती हैं!

टीचर: उसने खुदखुशी कर ली उसे खुदखुशी करनी पड़ी! इसमें क्या फरक है? पप्पू: पहला पढ़ा लिखा बेरोजगार था और दूसरा शादी-शुदा था!

इन्सान को तकलीफ तब नहीं होती जब कोई अपना दूर चला जाता है! तकलीफ तो तब होती है जब कोई अपना पास होकर भी दूरियां बना लेता है!