एक पठान दूसरे पठान से: यार सुना है 2012 तक दुनिया ख़त्म हो जाएगी। दूसरा पठान: ऐसा नहीं होगा मैंने कल वाशिंग मशीन खरीदी है उस पे 2014 तक की गारंटी है।

पठान खाली कागज को बार-बार चूम रहा था। दोस्त: ये क्या है? पठान: प्रेम पत्र है। दोस्त: मगर ये तो खाली है? पठान: ओ यारा हमारा गर्लफ्रेंड गूंगी है।

आदमी: तुम्हारी शादी किस से हुई? पठान: हमारा एक औरत से शादी हुआ है! आदमी: बेवकूफ कभी किसी का मर्द से भी शादी होती है? पठान: हाँ हमारा बहन का हुआ है!

पुलिस: तुम्हारी कार गैस पर है? पठान: नहीं। पुलिस: पेट्रोल पर है? पठान: नहीं। पुलिस: डीजल पर है? पठान: नहीं। पुलिस: फिर किस पर है? पठान: किश्तों पर।

ज़मीदार: मेरी इतनी ज़मीन है कि मैं अपनी कार पर निकलूं तो शाम तक आधी ज़मीन पर पहुँचता हूँ। पठान: हाथ मिलाओ हमारे पास भी पहले ऐसी ही खटारा कार थी।

मैडम: पठान बताओ ज़मीन और चाँद का आपस में क्या रिश्ता हैं! पठान : भाई बहन का! मैडम: वो कैसे! पठान : क्योंकि लोग चाँद को मामू और ज़मीन को माँ कहते है!

एक चोर पठान का मोबाइल लेकर भाग गया! पठान हंसने लगा! दोस्त: वो तुम्हारा मोबाइल लेकर भागा और तुम हंस रहे हो! पठान: भागने दो चार्जर तो मेरे पास है!

पठान (डाक्टर से): दूध पीने से रंग गोरा होता है क्या? डाक्टर: हाँ दूध में कैल्शियम होता है इसलिये! पठान: अच्छा तो फिर भैंस का बच्चा क्यों काला है?

पठान रोटी का एक टुकड़ा खुद और एक मुर्गी को खिला रहा था! दोस्त: यह क्या कर रहे हो? पठान: हम खानदानी अमीर लोग हैं! रोज़ चिक्केन के साथ रोटी खाते हैं!

एक आदमी: आओ रेस लगाते हैं! जो हारा वो एक हज़ार रूपये देगा! पठान: लेकिन मुझे रास्ता नहीं मालुम! आदमी: बस तुम मेरे पीछे पीछे आते रहना! पठान: धन्यवाद!

ज्योतिषी: तुम्हारे जीवन में 14 लड़कियां आयेंगी। पठान: ओ यारा क्या मस्त जिंदगी कटेगी यार। ज्योतिषी: ज्यादा उड़ो मत एक पत्नी 13 बेटियां होंगी।

पठान ने घर का दरवाज़ा उखाड़ा और कंधे पर रखकर बाज़ार ले गया! उसके दोस्त ने पोछा भाई जान दरवाज़ा बेचना है क्या? पठान बोला नहीं यार ताला खुलवाना है!

एक पठान अपने रिक्शे के साथ खड़ा था। एक आदमी ने पूछा खान भाई जान इकबाल टाउन जाओगे? पठान: मैं तो चला जाऊँगा लेकिन मेरे रिक्शे का ख्याल कौन रखेगा?

पठान: जब हम छोटा था तब हम ये दरख़्त पर चढ़ जाता था! दोस्त: यह तो बहुत बड़ा दरख़्त है तुम इस पर कैसे चढ़ जाते थे? पठान: उस वक़त ये दरख़्त भी छोटा होता था!

पठान: सुबह-सुबह इन बकरियों को कहाँ ले जा रहे हो? सिन्धी चिढ़ कर दिखता नहीं स्कूल ले जा रहा हूँ। पठान: मुझे उल्लू समझ रखा है क्या? आज तो सन्डे है।