अध्यापक विद्यार्थियों से: जो दूसरों को अपनी बात ना समझा सके वो गधा होता है। विद्यार्थी: सर क्या मतलब? मैं कुछ समझा नहीं।

टीचर स्टूडेंट्स से: वो तीन वर्ड्स(Words) बताओ जो सबसे ज्यादा बोले जाते हैं? स्टूडेंट: मुझे नहीं पता। टीचर: शाबाश! बेटा बैठ जाओ।

हर सवाल से डट कर लड़ना; फेंकने में कमी मत करना; मौका मिला तो पीछे भी देखना; और एक बात याद रखना आगे वाले के पेपर को अपना ही समझना ।

सबसे ज्यादा नशा किस में होता है? शराब - नहीं प्यार - नहीं पैसा - नहीं सबसे ज्यादा नशा होता है किताब में खोलते ही नींद आ जाती है।

अगर इम्तिहान में पेपर कठिन हो तो आँखें बंद करो; गहराई से सांस लो और ज़ोर से कहो: ये विषय बहुत मज़ेदार है इसे अगले साल फिर से पढ़ेंगे।

हर तरफ पढ़ाई का साया है; हर पेपर में जीरो आया है; हम तो यूहीं चले जाते हैं बिना मुंह धोये ही; और लोग कहते हैं साला रात भर पढ़कर आया है।

रात को किताब मेरी मुझे देखती रही; नींद मुझे अपनी ओर खींचती रही; नींद का झोंका मेरा मन मोह गया; और एक रात फिर यह जीनियस(Genius) बिना पढ़े सो गया।

कोई चीज़ बे-वाफाई से बढ़कर क्या होगी; गम-ए तन्हाई जुदाई से बढ़कर क्या होगी; किसी को देनी हो जवानी में सजा; तो वो सजा पढ़ाई से बढ़कर क्या होगी।

सबसे ज्यादा नशा किस्में होता है? शराब में? नहीं; प्यार में? नहीं; पैसे में? नहीं; सबसे ज्यादा नशा किताब में होता है खोलते ही नींद आ जाती है।

आपने कभी सोचा है सबसे ज्यादा नशा किस चीज़ में होता है? नहीं पता? मैं बताता हूँ। किताबों में खोलते ही सिर घूमने लगता है और नींद आने लगती है।

ना वक्त इतना हैं कि सिलेबस पूरा हो; ना चिराग का जिन है जो परीक्षा सफल कराये; ना जाने कौन सा दर्द दिया है इस पढ़ाई ने; ना रोया जाय और ना सोया जाए।

ले गए आप इस स्कूल को उस मुकाम पर गर्व से उठते है हमारे सर हम रहे न रहे अब कल याद आयेंगे आप के साथ बिताये हुए पल टीचर... आपकी ज़रूरत रहेगी हमें हर पल!

बहुत दर्द होता है जब टीचर कहती है कि तुम्हारा और तुम्हारे आगे वाले का जवाब एक जैसा है। तो दिल से एक ही आवाज़ आती है साला सवाल भी तो एक जैसा ही था।

आपने कभी सोचा है कि क्रिकेट में अंपायर और क्लास में अध्यापक दोनों में क्या समानता है? दोनों करते कुछ नहीं हैं बस खड़े-खड़े उंगली करते रहते हैं।

वो मुड़ मुड़ के देख रहे थे हमें हम मुड़ मुड़ के देख रहे थे उन्हें वो हमें हम उन्हें हम उन्हें वो हमें क्योंकि परीक्षा में... न उन्हें कुछ आता था न हमें।