चांदनी रात अलविदा कह रही है; एक ठंडी सी हवा दस्तक दे रही है; उठकर देखो आँखों से नजारों को; एक प्यारी सी सुबह आपको गुड मोर्निंग कह रही है। सुप्रभात।
चांदनी रात अलविदा कह रही है; एक ठंडी सी हवा दस्तक दे रही है; उठकर देखो आँखों से नजारों को; एक प्यारी सी सुबह आपको गुड मोर्निंग कह रही है। सुप्रभात।
दुआ यही है हर पल मुस्कुराओ तुम; कदम जहाँ रखो वहाँ खुशियां पाओ तुम; कोई दर्द न आ पाये पास तुम्हारे; चाहो तुम जिसको वो सदा साथ हो तुम्हारे। सुप्रभात!
सुबह-सुबह जब भी आपका मैसेज आये तो; यूँ ना समझना मैंने आपको परेशान किया; इसका मतलब है आप वो ख़ास हैं; जिसे मैंने अपनी आँख खुलते ही याद किया। सुप्रभात!
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है; आँख खुलते ही आपकी याद आती है; खुशियों के फूल हो आपके आँचल में; ये मेरे होंठों पर पहली फ़रियाद होती है। सुप्रभात!
रिश्ते खून के नहीं होते रिश्ते एहसास के होते हैं; अगर एहसास हो तो अजनबी भी अपने होते हैं; और अगर एहसास ना हो तो अपने भी अजनबी हो जाते हैं। सुप्रभात!
सुबह-सुबह ही लग गया है खुशियों का मेला; ना रहे कोई ग़म ना आये कोई झमेला; मधुर संगीत पंछियों का है मौसम अलबेला; मुबारक हो आपको यह नया सवेरा। सुप्रभात!
सुबह की हल्की सी ठण्ड में; फूलों की रंगोली सजी थी; सुबह की पहली किरण के साथ; आँखों के खुलते ही आपको याद किया; तो दिन की शुरुआत अच्छी हुई थी। सुप्रभात!
फिजा में महकती शाम हो तुम; प्यार में झलकता जाम हो तुम; सीने में छुपाए फिरते हैं हम यादें तुम्हारी; इसलिए मेरी जिंदगी का दूसरा नाम हो तुम। सुप्रभात!
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है; आँख खुलते ही आपकी याद आती है; खुशियों के फूल हो आपके आँचल में; ये मेरे होंठो पर पहली फ़रियाद होती है। सुप्रभात।
हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है; हर फूल की खुशबू एक जादू जगाती है; तुम मानो न मानो पैर यह सच है मेरे यार; सुबह होते ही तुम्हारी याद आ जाती है। सुप्रभात!
क्या मांगू मैं खुदा से तेरे वास्ते; सदा ख़ुशियाँ ही रहे तेरे रास्ते; हँसी तेरे चेहरे पे रहे इस तरह; खुश्बू फूलों का साथ निभाती है जिस तरह। सुप्रभात!
जो उड़ते हैं अहम के आसमानों में; ज़मीन पर आने में वक़्त नहीं लगता; हर तरह का वक़्त आता है ज़िंदगी में; वक़्त के गुज़रने में वक़्त नहीं लगता। सुप्रभात!
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है; आँख खुलते ही आपकी याद होती है; खुशियों के फूल हों आपके आँचल में; ये मेरे होंठों पे पहली फरियाद होती है। सुप्रभात!
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है; आँख खुलते ही आपकी याद होती है; खुशियों के फूल हों आपके आँचल में; मेरे होठों पे यही पहली फ़रियाद होती है। सुप्रभात!
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है; आँख खुलते ही आपकी याद आती है; खुशियों के फूल हों आपके आँचल में; मेरे होंठों पे यही पहली फरियाद होती है। सुप्रभात!