हर घर में ख़ुशी की फुहार हो हर आँगन में सुबह शाम मस्ती की बहार हो खुशियों की नदियाँ बहती रहें सब के दिलों में ऐसे ही सदा हँसता और मुस्कुराता हर परिवार हो। सुप्रभात!

प्यारी सी सुबह में प्यारे से पंछी; प्यारे सी किरणें प्यारी सी ओंस की बूँदें; प्यारी सी ठंडी सी हवाओं के साथ; एक प्यारे से दोस्त का प्यारा सा दिन जाये। गुड मॉर्निंग!

आई है सुबह की नयी किरण रौशनी लेकर; जैसे नए जोश की एक नयी किरण लेकर; विश्वास की है ये लौ सदा दिल में जलाये रखना; रुकना ना कभी मुश्किल को देख कदम सदा बढ़ाते रखना। सुप्रभात!

सुबह-सुबह जब कोई पैगाम आता है; दिल कहता है कोई तुझे भी याद करता है; पढ़ के मैसेज चेहरा गुलाब की तरह खिल जाता है; यही होता है जब कोई अपना आपको दिल से याद करता है। सुप्रभात!

दिल में अपने एक अरमान लगाये बैठे हैं; भीड़ में दुनिया की अपनी पहचान बनाये बैठे हैं; ना होना कभी उदास अए मेरे दोस्त; दिल में आपकी हंसी की आस लगाये बैठे हैं। गुड मॉर्निंग!

सुबह सुबह ज़िन्दगी की शुरुआत होती है; किसी अपने से हो जाये बात तो वो ख़ास होती है; हँस कर प्यार से अपनों को सुप्रभात बोलो तो; खुशियां अपने आप हमारे साथ होती हैं। सुप्रभात!

ज़िंदगी जीने का मकसद ख़ास होना चाहिए; और अपने आप में हमेशा विश्वास होना चाहिए; जीवन में खुशियों की कमी नहीं है दोस्तो; बस खुशियों को मनाने का अंदाज़ होना चाहिए। सुप्रभात!

सुबह सुबह जब कोई पैगाम आता है; दिल कहता है कोई तुझे भी याद करता है; पढ़ के मैसेज चेहरे पर गुलाब की तरह खिल जाता है; यही होता है जब कोई अपना आपको दिल से याद करता है। सुप्रभात!

लोग रूप देखते हैं; हम दिल देखते हैं; लोग सपना देखते हैं; हम हक़ीकत देखते हैं; बस फर्क इतना है कि; लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं; हम दोस्तों में दुनिया देखते हैं। गुड मॉर्निंग!

नए दिन की नई सुबह का नया-नया अंदाज़; सारे दिन की झोली में छुपे हुए हैं कुछ राज़; तुझको मुझको हर किसी को मिलना है कुछ आज; तो आओ यारों ख़ुशी ख़ुशी कर लें दिन का आग़ाज़। सुप्रभात।

बढ़ते कदमो को ना रुकने दे ऐ मुसाफिर; चाहे रास्ता हो कठिन और मंज़िल हो दूर; चाहे ना मिले रास्ते में कोई हमसफ़र; फिर भी झुकना नहीं और पा लेना लक्ष्य को करके बाधाएं सारी दूर। सुप्रभात !

खिलखिलाती सुबह ताज़गी से भरा सवेरा है; फूलों और बहारों ने आपके लिए यह रंग बिखेरा है; कह रही है सुबह आपसे कि जाग जाओ जल्दी; क्योंकि बिन आपकी मुस्कुराहट के यह सब अधूरा है। सुप्रभात!

सारा जहाँ उसी का है जो मुस्कुराना जानता है; रौशनी भी उसी की है जो शमा जलाना जानता है; हर जगह मंदिर मस्जिद और गुरूद्वारे हैं लेकिन; ईश्वर तो उसी का है जो सर झुकाना जानता है। सुप्रभात!

जीवन में परेशानिया चाहे जितनी हों चिंता करने से और ज्यादा होती हैं खामोश होने से बिलकुल कम सब्र करने से खत्म हो जाती हैं तथा परमात्मा का शुक्र करने से खुशियो मे बदल जाती हैं। सुप्रभात!

कोई समझे ना समझे हम को बेशक मगर आप तो समझते हैं; अपना बनाते हैं मेरे हर गम को तभी तो हम संभलते हैं; खुदा हर एक ख़ुशी दे आपको हर एक गम हमको नसीब हो; बस यही दिल में सोचकर हर एक दुआ करते हैं। सुप्रभात!