मीठे बोल बोलिए क्योंकि अल्फाजों में जान होती है इन्हीं से आरती अरदास और अजान होती है ये दिल के समंदर के वो मोती हैं जिनसे इंसान की पहचान होती है। सुप्रभात!

मत मुस्कुराओ इतना कि फूलों को खबर लग जाये; हम करें आपकी तारीफ और आपको नजर लग जाये; खुदा करे खुशियों से भरी हो आपकी जिंदगी; करते हैं ये दुआ कि इसको किसी की नज़र न लग जाये। सुप्रभात!

ऐ सुबह तुम जब भी आना सब के लिए सतगुरु की रेहमत लाना। सुप्रभात!

भूल होना प्रकृति है; मान लेना संस्कृति है; सुधार लेना प्रगति है। सुप्रभात!

दिल में चाहत का होना जरूरी है; वरना याद तो रोज दुश्मन भी किया करते हैं। सुप्रभात!

उदासियों की वजह तो बहुत है जिंदगी में; पर बेवजह खुश रहने का मज़ा ही कुछ और है। हमेशा खुश रहो। सुप्रभात।

फूलों की सुगंध केवल वायु की दिशा में फैलती है लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई हर दिशा में फैलती है। सुप्रभात!

ना सर्दी ना जुकाम; ना नमस्ते ना सलाम; सुबह होते ही हमारा सबसे पहला काम; एक प्यारा सा संदेश आपके नाम। सुप्रभात!

कौन जाने कब मौत का पैगाम आ जाये; ज़िंदगी की आखिरी शाम आ जाये; रहते हैं हम सदा इसी इंतज़ार में; कि शायद कभी आपका भी सलाम आ जाये। सुप्रभात!

खुशियों से ऐसे नाता तेरा गहरा हो; तू रखे जहाँ कदम वही पे सवेरा हो; नींद में देखे तू मनपसंद सपने; जब आँख खुली तो सब कुछ तेरा हो। सुप्रभात!

उठकर देखिये सुबह का नजारा; हवा भी है ठंडी और मौसम भी है प्यारा; सो गया चाँद और छुप गया हर एक सितारा; क़बूल हो आपको सलाम-ए-सुबह हमारा। सुप्रभात!

सुबह का मौसम जैसे जन्नत का एहसास; आँखों में नींद और चाय की तलाश; जागने की मज़बूरी थोड़ा और सोने की आस; पर आपका दिन शुभ हो हमारी सुप्रभात के साथ। सुप्रभात!

प्यारी सी सुबह में प्यारे से पंछी; प्यारे से किनारे प्यारी सी ओंस की बूँदें; प्यारी सी ठंडी हवाएँ; एक प्यारे से दोस्त को प्यारा सा दिन दे जाए। सुप्रभात!

कायनात के सारे रंग; सारे रंगों के फूल; फूलों की सारी खुश्बू; खुश्बू की सारी ख़ुशी; ख़ुशी के हर लम्हें; और इन लम्हों से भरपूर; ज़िन्दगी की दुआ सिर्फ आपके नाम। गुड मॉर्निंग

आज का दिन आपको हर वो ख़ुशी दे; जिसकी आप खुदा से उम्मीद रखते हो। सुप्रभात!